महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के अंतर्गत विहीर (कुआं) निर्माण कार्य ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार प्रदान करने और जल संरक्षण के उद्देश्य से किया जाता है। यह योजना विशेष रूप से भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों के लिए लाभकारी है। nrega 2025
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत विहीर निर्माण की जानकारी:
लाभ:
- जल संरक्षण: सिंचाई और जल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए।
- कृषि उत्पादन में सुधार: किसानों को उनकी जमीन पर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होता है।
- रोजगार सृजन: ग्रामीण श्रमिकों को काम के अवसर मिलते हैं।
- स्थायी विकास: गांव में जल संसाधनों का उचित प्रबंधन होता है।
पात्रता:
- योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को मनरेगा जॉब कार्ड होना चाहिए।
- आवेदक का नाम ग्रामीण रोजगार सूची में शामिल होना चाहिए।
- प्राथमिकता भूमिहीन और सीमांत किसानों को दी जाती है। nrega 2025
आवेदन प्रक्रिया:
- ग्राम पंचायत में आवेदन:
- अपने ग्राम पंचायत कार्यालय में जाकर विहीर निर्माण के लिए आवेदन करें।
- आवेदन पत्र के साथ भूमि दस्तावेज और जॉब कार्ड की प्रति जमा करें।
- भूमि का सर्वेक्षण:
- आवेदन करने के बाद पंचायत समिति या ब्लॉक स्तर पर आपकी भूमि का सर्वेक्षण किया जाएगा।
- मंजूरी:
- सर्वेक्षण के बाद, परियोजना को मंजूरी दी जाएगी और निर्माण कार्य शुरू होगा।
आवश्यक दस्तावेज:
- जॉब कार्ड की प्रति।
- भूमि के स्वामित्व का प्रमाण (7/12, खसरा-खतौनी)।
- आधार कार्ड।
- बैंक खाता विवरण।
योजना के तहत कार्य:
- विहीर निर्माण के लिए योजना के तहत 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाता है।
- काम की निगरानी ग्राम पंचायत और तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा की जाती है।
लागत और सब्सिडी:
- योजना के तहत विहीर निर्माण की लागत का अधिकांश हिस्सा सरकार वहन करती है।
- लाभार्थी को न्यूनतम योगदान करना होता है, जो उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर तय किया जाता है। nrega 2025
संपर्क:
- अपने गांव की ग्राम पंचायत से संपर्क करें।
- ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) कार्यालय में जानकारी प्राप्त करें।
- MGNREGA की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जानकारी उपलब्ध है।
यदि आपको आवेदन प्रक्रिया या अन्य किसी सहायता की जरूरत हो, तो अपनी ग्राम पंचायत से संपर्क करें।